आजकल ईमानदारी बहुत कम हो गई है, अधिकतर लोग बेईमान और धोखेबाज हैं, लेकिन कुछ लोग आज भी ईमानदारी और सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं
ईरान के तेहरान शहर में अली ईरानी की ईमानदारी |
ईरानकेतेहरानशहर में अली ईरानी नामक एक व्यक्तिरहताथा। अली ईरानी की हमारेस्कूलकेठीकबगलमेंदुकान थी, जहाँ वह बहुतहीस्वादिष्टचेलोकबाब ( Chelo Kabab ) बेचताथा। लोग दूर दूर से चेलोकबाब ( Chelo Kabab ) खाने आते थे। वेसुबहजल्दी ही अपनी दुकान खोल देता था।हर समय ग्राहकउन्हेंघेरे रहते।ईरानकेतेहरान शहर में हमारा स्कूल केन्द्रीयविद्यालयतेहरान ( KENDRIYA VIDYALAYA TEHRAN ) था। जहां पास ही में अली ईरानी की दुकान थी। स्कूल के पास ही एक हॉस्पिटल भी था। एकबारकीबातहै, एक आदमी जिसका नाम कामरान था,जो ईरान के तेहरान शहर अपनी मां का ऑपरेशन करवाने के लिए आया हुआ था औरशायदउसने उस दिन अली ईरानी से कबाबखायाथा। उसकाएकथैलाअली ईरानी की दुकान पररहगयाथा।जिसमेंकरीब 03 लाख (Irani Rial)थे। कामरान ने बसस्टैंडकेपास वाली नेशनलबैंकऑफईरान ( Bank Melli Iran ) बैंकसे रियाल निकलवाए थे। दरअसल कामरान कीमांबीमारथींऔरअस्पतालमें उसकाबड़ाऑपरेशनहोनेवालाथा, जिसकेलिएपैसोंकी जरूरतथी।डॉक्टरनेऑपरेशन करनेकाटाइम 02:00 PM दियाहुआथा। कामरान नेनेशनलबैंकऑफईरान (Bank Melli Iran ) से रियाल निकलवालिए और हॉस्पिटलकी ओर चल दिया, लेकिनउसनेसुबहकाकुछभीनहीं खायाथा।तभीउसनेअली ईरानी की दुकान की ओरदेखाऔरसोचाक्योंनाकुछखालियाजाए। वहअली ईरानी की दुकानपरआगया।
कामरान नेजल्दी– जल्दीनाश्ताकियाऔर खाना खा कर वह हॉस्पिटल की तरफ़ चल दिया लेकिनपैसोंसेभराबैग वह अलीईरानी कीदुकानपर ही भूल गया। कुछही समय के बादवहदौड़ताहुआआया।वह अली ईरानी कीदुकानपरपहुंचाऔरअपनाईरानीरियाल (Irani Rial ) वालाथैला ढूंढनेलगा, लेकिन उसवक्त अली ईरानीकिसी काम से अपने घरगया हुआ था।अली ईरानी कीदुकानपरएकलड़काबैठाथा, जो अली ईरानी का अपनाभतीजाफतेमेहथा।उसने अली ईरानी केभतीजेफतेमेह कोपूरीबातबताई।फतेमेहने कामरान सेकहाकिवहबिल्कुलभीनघबराए।हमारे अली ईरानी चाचाबहुतईमानदार व्यक्तिहैं।फतेमेह ने कामरान को कहा मैंतुम्हेंकागजपर अली ईरानी चाचा के घर कापता लिख कर देता हूँ। आप वहा जाकर उनसे मिल सकते हो। अली ईरानी चाचा काघरयहींपासमें ही है।टैक्सीमें वहाँ जाने पर अधिकतमपांचमिनट हीलगतेहैं, कामरान केचेहरेपरअभीभीघबराहटथी वह सोच रहा था अगर रियाल वाला थैला ना मिला तो मां का ऑपरेशन कैसे होगा। कामरान टैक्सी लेकर अली ईरानी केघरपहुंचा।तभी कामरान ने अली ईरानी के घर का दरवाज़ा खटखटाया। अली ईरानी उससमयकिसी से फ़ोन पर बात कर रहा था। अली ने जब दरवाज़ा खोला तो कामरान ने उसको पूरी बात बतायी। अली भाई मेराएकथैलाजिसमेंकरीब 03 लाख (Irani Rial )थे. वहशायदआपकी दुकानपर मैं भूल गया। मेरीमाँबहुतबीमारहैंऔरअस्पतालमेंभर्तीहैं।उनकेऑपरेशनकेलिएहीमैंनेशनलबैंक ऑफईरान से रियाल लेकर आयाथा। नेशनलबैंकऑफईरानसे रियालनिकालनेकेबादमैंआपकी दुकानपरनाश्ताकरने के लिए रुक गया, जल्दी-जल्दी में मैं अपना थैलागलतीसे आपकी दुकान पर ही भूल गया।क्या वह थैला आपको मिला ? अली ईरानी मुस्कुरायाऔरहाँमेंसिरहिलाया।फिरउसने कामरान से कहा, हांजल्दबाजीमेंआपथैलावहीं छोड़गएथे।उससमयमेरीदुकानमेंबहुतभीड़थी। अचानक मेरी नजर उस थैले पर पड़ी मैंनेदेखाकुर्सीपरएककाला थैलापड़ाहुआथा।मैंनेउसेखोला और देखाउसमेंबहुतसारे रियालथे। दुकान पर इतना पैसा रखना मुझे सुरक्षित नहीं लगा।इसलिएमैंपैसोंसेभराथैलालेकरसीधेघरचला आया।मुझे पता था जिस का वी थैला होगा वह आयेगा जरुर, इसलिए मैंने फतेमेह को बोला था जो वी दुकान पर आये और रियाल वाले थैले के बारे में पूछे उसे घर भेज देना। तभी अली ईरानी ने अपनी पत्नी शिरीन से कहा, मेहमान आयेहैंकुछ चाययाशरबतलेआओ, थोड़ी ही देर के बादशिरीन चायलेकरआईं। कामरान चाय पी ही रहा था, तभी अली ने अलमारी से थैला निकाल कर कामरान कोदेदिया। कामरान को थैलादेतेहुएअली ईरानी ने कामरान से कहा रियालगिनकरदेखो पूरेहैयानहीं। कामरान नेथैलाखोलकरदेखा, थैलानोटोंसेभरा हुया था, कामरान ने अली ईरानी से कहा नहीं गिनने की ज़रूरत नहीं है, जे बातबोलकरआपमेरेकोशर्मिंदाकररहेहैं। उसी समय कामरान ने थैले में से 5000 (Irani Rials )निकाल कर अली ईरानी को दिये,लेकिन अली ईरानीने कामरान सेपैसेलेनेसेइनकारकर दिया।उस ने कामरान सेकहा, मुझेआपकेइनपैसोंकीजरूरतनहींहै।इनपैसों की तुमको जियादा ज़रूरत है, जल्दी से जाओ और अपनी मां का ऑपरेशन करवाओ। कामरान बहुत हैरानथा वह सोच रहा था, आज कल अली ईरानी जैसे ईमानदारलोगभीहैं इस दुनिया मे ? अलीईरानीकेइनकारकरनेकेबावजूद कामरान ने 5000 (Irani Rials ) अली ईरानी को दे दिए और अली ईरानी को कहाकिआपकीईमानदारीकेलिएइतनातोबनताहै, अगरमैंतुम्हेंसारेईरानीरियाल,जितने भी मेरे पास है, देदूंतोभीतुम्हारीईमानदारीकेसामनेयहकुछभीनहींहै। उसनेअली ईरानी कोदिलसेधन्यवाददियाक्योंकि अलीनेउसके रियाल लौटादियेथे। कामरान बहुत खुश अब उसकी मां का ऑपरेशन हो जाएगा.